Samkaleen Pashchatya Darshan - Competitive Exam

Synopsis
प्रस्तुत पुस्तक में सामान्यतः बीसवीं शताब्दी के कुछ प्रमुख दार्शनिक विचारों का परिचय मिलता है। पाश्चात्य विचाराकों में एफ. एच. ब्रैडले ने आभास और सत् की समस्या पर विचार किया है इसके भेद को स्पष्ट रूप से समझाने का प्रयास किया है। चार्ल्स सैन्डर्स ने संशय, विश्वास एवं अन्वेषण पर टिप्पणी की। अमरीकी वास्तवाद, के भेद एवं उसके अर्थ को स्पष्ट किया है। हेनरी बर्गसां ने सत् का स्वरूप सर्जनात्मक विकसासवाद प्रज्ञा एवं अन्तर्दृष्टि के बारे में बताया है। मूर तथा रसेल ने ज्ञानमीमांसीय विचार को महत्व दिया है। जिससे जगत के बारे में क्या जाना जा सकता है। अल्फ्रेड नार्थ ह्वाइटहेड ने दार्शनिक चिन्तन का स्वरूप, वैचारिक कोट की व्यवस्था की पहचान, वास्तविक तत्व शाश्वत वस्तु के सहयोग से जगत प्रक्रिया ईश्वर विचार आदि विषयों पर विचार किया है।लुडविग विटगेन्स्टीन ने विकसित दर्शन, विकसित विचार और गिलबर्ट राइल ने विश्लेषणात्मक दर्शन पर अपने विचार प्रस्तुत किये है।इस प्रकार पाश्चात्य दार्शनिक विचारकों ने अलग अलग विषय पर जो अपने विचार व्यक्त किये है उससे इस पुस्तक की अपनी एक अलग पहचान है और पढ़ने वालों को सही जानकारी मिलती है।
- प्रतिलिपि अधिकार:
- 2016 copyright Motilal Banarasidas
Book Details
- Book Quality:
- ISBN-13:
- 9788120822344
- Publisher:
- Motilal Banarasidas
- Date of Addition:
- 2020-01-27T09:01:12Z
- भाषा:
- Hindi
- Categories:
- Nonfiction,
- Usage Restrictions:
- This is a copyrighted book.
Choosing a Book Format
EPUB is the standard publishing format used by many e-book readers including iBooks, Easy Reader, VoiceDream Reader, etc. This is the most popular and widely used format.
DAISY format is used by GoRead, Read2Go and most Kurzweil devices.
Audio (MP3) format is used by audio only devices, such as iPod.
Braille format is used by Braille output devices.
DAISY Audio format works on DAISY compatible players such as Victor Reader Stream.
Accessible Word format can be unzipped and opened in any tool that supports .docx files.